हमारे बारे में

राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान की स्थापना विभिन्न राष्ट्रीय फोरमों में दी गयी अनुशंसाओं के अनुसरण में गृह मंत्रालय के अधिन 1961 में केन्द्रीय सेवा ब्यूरो के रूप में आरभ्भ में की गयी। 1964 में ब्यूरो का तत्कालिन समाजिक सुरक्षा विभाग में स्थापना कर दिया गया।

1978 में संस्थान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अधीन एक अधीनस्थ कार्यालय था। राष्ट्रीय समाज रक्षा संथान भारत सरकार के दिनांक 15 जुलाई, 2002 के अधिसूचना संख्या 10-3/2000-30 खंण्ड II के द्वारा एं स्वायत् निकाय बन गया तथा राष्ट्रीय राजधानी संघ सरकार दिल्ली के साथ 1860 के सोसायटी अधिनियम XXI के अन्तर्गत पंजीकृत है।

राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान समाज रक्षा के क्षेत्र में एक नोडल प्रधिकरण एवं अनुंसधान संस्थान है। यद्यपि समाज रक्षा के अन्तर्गत सामाजिक सुरक्षा हेतु क्रियाकलापों एवं कार्यक्रमों का सम्पूर्ण स्वरूप आता है, फिर भी वर्त्तमान में यह नशीली द्रव्यों के दुरूपयोग की रोकथाप, वरिष्ठ नागरिकों तथा ट्रांसजेंडर्स के कल्याण, भिख निवारण तथा अन्य समाज रक्षा मुद्दों पर जोर दे रहा है।

राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान क्या है?
• एन.आई.एस.डी. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के लिए एक केन्द्रीय सलाहकार निकाय है।
• यह समाज रक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान एवं प्रशिक्षण हेतु एक उत्कृष् केन्द्र है।
• एन.आई.एस.डी राज्य, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तरों पर सरकारी गैर सरकारी संगठणें के लिए समन्वय एवं सम्पर्क का कार्य करता है।
• संस्थान, समाज रक्षा के क्षेत्र में निवारक, उपचारात्मक तथा पुर्नवास, उपकरणों, कार्यक्रमों एवं नीतियों को विकसित करता है तथा इस क्षेत्र में अनुसंधान, प्रशिक्षण कनसल्टेंसी, प्रलेखन तथा प्रकाशन का कार्य भी हाथ मं लेता है।

अधिदेश
संस्थान का अधिदेश प्रशिक्षण अनुसधान एवं प्रलेखन के माध्यम से भारत सरकार के समाज रक्षा कार्यक्रमों के लिए इनपुट उपलब्घ करना है।